पंछी
यूँ ही नहीं उड़ चलते
भर लेते है
जीवनी शक्ति
हवा फेफड़ों में
देते है पंखों को
नवप्राण उत्साह
मंजिल की तलाश में
भटकता मन
आओ उसे दें जीवन
आत्मशक्ति
छूने दें मंजिलें
उतार कर विचारों का बोझ
कर दें भारमुक्त
----प्रियंका
यूँ ही नहीं उड़ चलते
भर लेते है
जीवनी शक्ति
हवा फेफड़ों में
देते है पंखों को
नवप्राण उत्साह
मंजिल की तलाश में
भटकता मन
आओ उसे दें जीवन
आत्मशक्ति
छूने दें मंजिलें
उतार कर विचारों का बोझ
कर दें भारमुक्त
----प्रियंका
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