बस खुशबू है कुछ बातों की
पूंजी है उन सौगातों की
जब भी मिलते हो मुझसे तुम
कुछ न कह कर भी
सबकुछ तो कह जाता है
सिर्फ तुम्हारा मौन
कहने सुनने की बात नहीं
कैसे कह दूं तुम साथ नहीं
सिर्फ तुम्हारा मौन....
©प्रियंका
पूंजी है उन सौगातों की
जब भी मिलते हो मुझसे तुम
कुछ न कह कर भी
सबकुछ तो कह जाता है
सिर्फ तुम्हारा मौन
कहने सुनने की बात नहीं
कैसे कह दूं तुम साथ नहीं
दुख के घने अंधेरे में
जब कोई साथ न देता है
चुपके से मुझको
एक दिलासा सा दे जाता है
जब कोई साथ न देता है
चुपके से मुझको
एक दिलासा सा दे जाता है
सिर्फ तुम्हारा मौन....
©प्रियंका
गहरे अहसास कोमल रचना...
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