Friday 7 March 2014

तुम..............

मैंने तुमको फूलों में खोजा तुम कहीं हवाओं में महके
पूरी दुनिया में खोजा जाकर तुम बंद आँखों में थे रहते
खोली आंखें तो आंसू संग क्यूँ आँखों से बह जाते
छिपा लूं सोचा हाथो में पर आंसू भी कब तक मेरे रहते 
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प्रियंका

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